cg board 12th gerogrophy assginement 6 solution

 12th gerogrophy assginement 6 solution cgbse board


छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल, रायपुर

शैक्षणिक सत्र 2021-22 माह जनवरी

असाइनमेंट-06

कक्षा बारहवीं

विषय भूगोल

पूर्णांक-20

निर्देश :- दिए गए सभी प्रश्नों को निर्देशानुसार हल कीजिए।

Instruction - Attempt all the question as per given instructions.

प्रश्न 1. टिप्पणी लिखिए - (कोई एक)

अंक-5 शब्दसीमा 100-150

(i) मुंबई पुणे औद्योगिक प्रदेश

(ii) गुजरात औद्योगिक प्रदेश

Q. 1. Write the short Note- (Any One)

(i) Mumbai Pune Industrial Region

(ii) Gujrat Industrial Region

प्रश्न 2. इंदिरा गांधी नहर कमान क्षेत्र में सतत् पोषणीय विकास का बढ़ावा देने क लिए

उपाय सुझाए।

अंक-5 शब्दसीमा 100-150

Q. 2. Suggest the measures of promotion of sustainbillitiy in Indira Gandhi

Canal Commond Area.

प्रश्न 3. छत्तीसगढ़ की मुख्य फसलों का वर्णन कीजिए। अंक-5 शब्दसीमा 100-150

अथवा

छत्तीसगढ़ में मिलने वाले प्रमुख खनिज पदार्थो का वर्णन कीजिए।

Q.3.

Describe the main Crops of Chhattisgarh.

OR

Describe the major minerals found in Chhattisgarh.

प्रश्न 4. भारत के सीमाकार मानचित्र में निम्नांकित को प्रदर्शित कीजिए

अंक-5 शब्दसीमा 100-150

(i) गंगा नदी

(ii) चाय उत्पादक क्षेत्र

(iii) नीलगिरी पर्वत

(iv) कच्छ की खाड़ी

(v) छोटा नागपुर का पठार


भारत राजनीतिक

अथवा

छत्तीसगढ़ के सीमाकार मानचित्र में निम्नलिखित को प्रदर्शित कीजिए

(i) बैलाडीला

(ii) महानदी

(iii) भिलाई स्टील प्लांट

(iv) रायपुर

(v) हीरे की खदान

प्रश्न 1. टिप्पणी लिखिए (कोई एक)

उत्तर- मुंबई-पुणे औद्योगिक समूह-मुंबई के पृष्ठ भाग में लावा निर्मित काली पठारी मिट्टी वाला क्षेत्र जो कपास उत्पादन के लिए विख्यात है की निकटता,

समुद्र तट पर स्थित होने से बंदरगाह एवं आयात-निर्यात की सुविधा है, इसके अतिरिक्त यह देश के भीतरी भागों से रेल व सड़क मार्गों द्वारा सम्बद्ध है। मुंबई महानगर होने से बैंकिंग एवं बाजार की सुविधा ने इसे प्रमुख औद्योगिक केन्द्र बना दिया है। यहाँ के फिल्म उद्योग ने देश की अधिकांश जना को अपनी ओर आकर्षित किया, जिससे यहाँ श्रम की समस्या की कमी कभी नहीं रही। मुंबई हाई में खनिज तेल उद्योग ने इसे नया जीवन दिया जिससे औद्योगीकरण की गति तीव्र हो गयी। कपास उत्पादन क्षेत्र की निकटता और यहाँ की समुद्री जलवायु ने सूती वस्त्र उद्यो को अधिक प्रोत्साहित किया जिससे यहाँ सूती वस्त्र उद्योग की एक


.

क्रमबद्ध शृंखला विकसित हुई। भारत के सर्वाधिक सूती वस्त्र उद्योग यहाँ केन्द्रित हैं। सूती वस्त्र उद्योग के अतिरिक्त यहाँ इंजीनियरिंग, प्लास्टिक, दवाएँ, पेट्रो-रसायन, पोत निर्माण, इलेक्ट्रॉनिक्स, वनस्पति, साबुन, मोटर साइकिल एवं फिल्म आदि के उद्योग केन्द्रित हैं। इन उद्योगों का विकास मुख्यतः कोलाबा, कल्याण, थाणे, नासिक, ट्राम्बे, पुणे, अहमदनगर, सतारा, भीड़ आदि में हुआ।



अहमदाबाद-बड़ोदरा एवं मुम्बई-पुणे औद्योगिक समूहों का विस्तार सूरत और नासिक तक हो चुका है। अब ये दोनों आपस में मिलने की प्रक्रिया में हैं। आपस में

मात्र नासिक व सूरत के बीच की दूरी ही शेष रह गई है। इनके मिलने से यह भी देश का एक वृहत् औद्योगिक प्रदेश बन जायेगा।


प्रश्न 2- इंदिरा गांधी नहर कमान क्षेत्र में सतत् पोषणीय विकास का बढ़ावा देने के लिए उपाय सुझाए।

उत्तर - इंदिरा गांधी नहर जिसे पहले राजस्थान नहर जाता था, न केवलभारत में बल्कि विश्व के सबसे बड़े नहर तंत्रों में से एक है। 1948 ई० में कॅवर सेन

द्वारा संकल्पित यह नहर परियोजना 31 मार्च 1958 ई० को प्रारंभ हुई। सतलुज एवं व्यास नदी के जल को पंजाब के हरिके नामक बाँध पर रोककर यह नहर निकाली गई है जिससे राजस्थान के थार मरुस्थल की 19.63 लाख हेक्टेयर कृषियोग्य कमान क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा प्रदान कर रही है। इस नहर तंत्र की कुल लंबाई 9060 किमी है। इस नहर का निर्माण कार्य दो चरणों में पूरा किया गया है। चरण-। के कमान क्षेत्र में सिंचाई की शुरुआत 1960 के दशक में जबकि चरण-1 में सिंचाई 1980 के दशक के मध्य में आरंभ हुई थी। इस नहर के कमान

क्षेत्र में सतत पोषणीय विकास को बढ़ावा देने वाले प्रस्तावित 7 उपायों में से पाँच

उपाय पारिस्थितिकीय संतुलन को पुनः स्थापित करने पर बल देते हैं, जैसे

1. जल प्रबंधन नीति का कठोरता से कार्यान्वयन करना ताकि फसल रक्षण

सिंचाई व चरागाह विकास की व्यवस्था की जा सके।


2. इस क्षेत्र में जल सघन फसलों को नहीं बोया जाना चाहिए बल्कि बागाती कृषि

में खट्टे फलों की खेती करनी चाहिए।

3. कमान क्षेत्र में नहर के जल का समान वितरण होना चाहिए तथा मार्ग में बहते

जल की क्षति को कम करने के उपाय किए जाने चाहिए; जैसे-नालों को पक्का

करना, भूमि विकास तथा समतलन एवं बाइबंदी पद्धति लागू करनी चाहिए।



4. जलाक्रांत (गहन सिंचाई से जलभराव ) एवं लवणता से प्रभावित भूमि

पुनरुद्वार किया जाना चाहिए।

विकास के अलावा

5. वनीकरण, वृक्षों की रक्षण मेखला का विकास तथा

पारितंत्र विकास पर जोर देना चाहिए।


6. इस क्षेत्र के आर्थिक रूप से कमजोर भू-आवंटियों को कृषि के लिए वित्तीय एवं

संस्थागत सहायता मिलनी चाहिए।

7. केवल कृषि और पशुपालन के विकास से सतत पोषणीय विकास संभव नहीं है,

बल्कि अर्थव्यवस्था के अन्य सेक्टरों का भी यहाँ विकास किया जाना चाहिए

ताकि कृषि सेवा केंद्रों और विपणन केंद्रों के बीच प्रकार्यात्मक संबंध बन सकें।


Q.3


उत्तर - छत्तीसगढ़ के प्रमुख फसल

चावल (Rice)

• यह राज्य की मुख्य फसल है । यहाँ । सर्वाधिक उत्पादन चावल का ही होता है।

प्रदेश में कुल कृषि योग्य भूमि के 67 % भाग में चावल की खेती होती है । राज्य

के लगभग 36 लाख हेक्टेयर भूमि पर चावल की खेती होती है । चावल की फसल

वर्षा ऋतु के आरम्भ में बोई जाती है।

• छत्तीसगढ़ में चावल मुख्यतः मैदानी भागों अधिक होता है । इसके क्षेत्र हैं -

दुर्ग , जांजगीर - चाँपा, रायपुर , बिलासपुर , राजनान्दगाँव , कोरबा , सरगुजा

राज्य में चावल का प्रति हेक्टेयर औसत उत्पादन 2, 160 किग्रा है।


.

गेहूं ( Wheat)

छत्तीसगढ़ में अन्तर्गत कम क्षेत्रफल | ( 1.5 % ) का मुख्य कारण

शीतकाल में सिंचाई की सुविधाओं की कमी है । कांकेर ,कोयलाबेड़ा , सामरी

तहसीलों में गेहूँ के अन्तर्गत कुल भूमि का 1 % या कुछ । अधिक है । कोण्टा, बीजापुर , दन्तेवाड़ा तहसीलों में गेहूं की खेती नगण्य है । इसके पश्चात् क्रमशः

दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, राजनान्दगाँव , रायगढ़ तथा बस्तर

-

कोदो - कुटकी

• कोदो - कुटकी मोटे अनाज की फसल है धान चात् कोदो - कुटकी राज्य

की दूसरी प्रमुख उपज है । इसे गरीबों का अनाज कहा जाता है । वर्ष 2012 - 13 में

1 . 11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में यह फसल बोई गई थी । सरगुजा मक्का का

सर्वाधिक उत्पादक जिला है।


अरहर

• यह एक प्रमुख दलहन फसल है । इस । फसल को जुलाई - अगस्त में बोया

जाता है । तथा मार्च-अप्रैल में काटा जाता है । इसे वर्षा के आरम्भ में कपास एवं

ज्वार के साथ बोया जाता है । इस फसल के साथ ज्वार और कपास की फसल


अरहर

• यह एक प्रमुख दलहन फसल है । इस । फसल को जुलाई - अगस्त में बोया

जाता है । तथा मार्च - अप्रैल में काटा जाता है । इसे वर्षा के आरम्भ में कपास एवं

ज्वार के साथ बोया जाता है । इस फसल के साथ ज्वार और कपास की फसल

बोई जाती है।

ज्वार

• ज्वार खरीफ एवं रबी दोनों की फसल है, लेकिन ज्वार का खरीफ क्षेत्र अधिक है

। यह जून - जुलाई में बोई जाती है एवं सितम्बर - अक्टूबर में काट ली जाती है ।

प्रश्न 4-भारत के सीमाकार मानचित्र में निम्नांकित को प्रदर्शित कीजिए

(i) गंगा नदी




cg board 12th gerogrophy assginement 6 solution
cgbse board kaksha 12vi bhgoal solution


Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.