स्ववृत्त लेखन और रोजगार सम्बन्धी आवेदन-पत्र|Swvrit lekhan aur rojgar aavedan patra class 11,12th pdf

swvrit lekhan aur rojgar sambandhi aavedan patra class 11th,12th hindi abhivyakti aur madhyam question answer

पाठ के महत्वपूर्ण बिन्दु/नोट्स

• परिचय-विद्यार्थी जीवन कल्पनाओं का संसार रचने और उसे वास्तविकता बदलने का प्रयास होता है। 

एक दिन छात्र जीवन अपनी परिणति प्राप्त करता है।

स्ववृत्त लेखन किसे कहते है ?

स्ववृत्त से आप क्या समझते हैं

स्ववृत्त का उदाहरण का प्रारूप कैसा हो

स्ववृत्त की विशेषताएं

अभिव्यक्ति और माध्यम (के महत्वपूर्ण बिन्दु/नोदस class 11th,12th pdf,...... प्रश्नोत्तर) 

परिणति भौकरी ( आजीविका) को सलाश है। जिस प्रकार उम्मीदवार (विद्यार्थी)

अपनी मनचाही नौकरी की तलाश में होता है उसकी तरह नियोक्ता (कापनी आदि)

को भी मनचाहे उम्मीदवार की खोज रहती है। इसके लिए वह विज्ञापन निकालता है

और अपना उम्मीदवार स्ववृत्त (बायोडेटा) के आधार पर चुनता है।

"स्ववृत्त एक विशेष प्रकार का लेखन है जिसमें व्यक्ति विशेष के बारे में किसी विशेष

प्रयोजन को ध्यान में रखकर सिलसिलेवार ढंग से सूचनाएँ संकलित की जाती हैं।"

• स्वस्त की विशेषताएँ-किसी भी स्ववृत्त की निम्नलिखित विशेषताएँ होती हैं-

(1) नौकरी तलाश एक प्रकार की मार्केटिंग है, इस मार्केटिंग में उम्मीदवार सफल

होने के लिए अपना स्ववृत्त सुन्दर और आकर्षक बनाए।

(2) एक अच्छा स्ववृत्त किसी चुम्बक की तरह होता है जो नियोक्ता को आकर्षित

कर लेता है। इसके लिए उम्मीदवार को स्ववृत्त निर्माण की कला में निपुण होना

चाहिए।

(3) नियुक्ति कर्ता से पहली लड़ाई तो स्ववृत्त ही लड़ता है इसके बाद उम्मीदवार के

लड़ने की बारी आती है।

(4) स्ववृत्त के दो पक्ष होते हैं-(i) पहला पक्ष वह व्यक्ति है जिसे केन्द्र में रखकर

सूचनाएँ संकलित की जाती हैं। (ii) दूसरा पक्ष उस व्यक्ति या संस्था का है जिसके

लिए सूचनाएँ जुटाई जाती हैं। अतः पहला पक्ष है उम्मीदवार और दूसरा पक्ष है

नियोक्ता।

(5) स्ववृत्त में ईमानदारी होनी चाहिए। झूठे दावे व अतिशयोक्ति से बचना होता है।

(6) स्ववृत्त में अपने व्यक्तित्व, ज्ञान और अनुभव के सबल पहलुओं पर जोर देना।

(7) स्ववृत्त की भाषा-शैली सीधी, सरल, सटीक और साफ होनी चाहिए।

(8) स्ववृत्त न तो जरूरत से अधिक लम्बा हो न ही ज्यादा छोटा।

(9) स्ववृत्त साफ- -सुथरे ढंग से टंकित या कम्प्यूटर मुद्रित हो व व्याकरण सम्बन्धी भूल न हों।

विविध सूचनाओं का ब्यौरा-स्ववृत्त व्यक्ति विशेष की सूचनाओं का ब्यौरा होता है। इस कारण सूचनाओं में

 अनुशासन और प्रवाह अनिवार्य है। प्रवाह व्यक्ति परिचय से आरम्भ होता है और शैक्षणिक योग्यता, अनुभव,

 प्रशिक्षण उपलब्धियाँ, कार्येत्तर उपलब्धियों आदि पड़ावों को पार करता हुआ अपनी पूर्णता को प्राप्त करता है।

• व्यक्ति परिचय-इसके अन्तर्गत उम्मीदवार का नाम, जन्म तिथि, पत्र-व्यवहार का पता, टेलीफोन नं., ई-मेल का

 पता, माता-पिता का नाम आता है।

• शैक्षणिक योग्यताएँ या अनुभव-व्यक्ति परिचय के तुरन्त बाद शैक्षणिक योग्यताओं व अनुभव की चर्चा होती है।

 शैक्षणिक योग्यता में डिप्लोमा या डिग्री का विवरण, स्कूल या कॉलेज का नाम, बोर्ड या विश्वविद्यालय का नाम,

 सम्बन्धित परीक्षा का वर्ष, परीक्षा के विषय, प्राप्तांक प्रतिशत और श्रेणी का उल्लेख होता है।

• कार्येत्तर गतिविधियाँ-कार्येत्तर गतिविधियों के माध्यम से उम्मीदवार के व्यक्तित्व की जानकारी मिलती है जिससे

 पद के लिए उसकी योग्यता को तय किया जाता है;


 हिन्दी कालिन्दी : कक्षा 11,12th

जैसे-कोई उम्मीदवार फुटबॉल खिलाड़ी है तो उसमें टीम भावना अवश्य होगी। यह वाद-विवाद में पुरस्कृत्त है तो

 उसकी वाक्पटुता तथा सम्भाषण का पता चलता है तो हॉबी भी उम्मीदवारी को सबल बनाती है। स्ववृत्त में दो-तीन

 प्रतिष्ठित व्यक्ति का प्रिंसीपल या प्रोफेसर के नाम पत्ते हों।

• आवेदन-पत्र-स्ववृत्त के साथ एक आवेदन भी लिखना होता है क्योंकि एक और स्ववृत्त सूचनाओं का सिलसिलेवार

 संकलन होता है परन्तु भाषा का वैयक्तिक स्पर्शनी आ पाता। दूसरी ओर, आवेदन-पत्र हर विज्ञापन के लिए अलग

 होते हैं, ये उम्मीदवार के भाषा-ज्ञान, अभिव्यक्ति की क्षमता बताते हैं। इसके साथ उम्मीदवार पद और संस्थान को

 लेकर गाम्भीर है या नहीं। नियोक्ता यह अपेक्षा करता है कि चयन के बाद वह नौकरी में अवश्य टिके। आवेदन-

पत्र नियोक्ता को इन बातों का आभास देता है। आवेदन का उद्देश्य होता है, पद के लिए अपनी योग्यता और

 गम्भीरता के प्रति नियोक्ता को विश्वास जगाना।

• आवेदन-पत्र की विषय-वस्तु-आवेदन-पत्र के चार मुख्य भाग होते हैं-

(1) भूमिका-जिसमें उम्मीदवार विज्ञापन और विज्ञापित पद का हवाला देता है। उम्मीदवारी की इच्छा प्रकट करता है।

(2) दूसरे खण्ड में उम्मीदवार बताता है कि वह विज्ञापन में वर्णित योग्यताओं और

आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है।

(3) उम्मीदवार पद और संस्थान के प्रति अपनी गम्भीरता और अभिरुचि को लेकर

करता है।

(4) उपसंहार-आवेदन-पत्र की विषय-वस्तु के औपचारिक समापन के लिए होत मुख्य बात है कि नियोक्ता को

 उम्मीदवार और उम्मीदवार को नियोक्ता का संस्थान पसन्द आना चाहिए। तभी उम्मीदवार के लम्बे समय तक

 टिकने की सम्भावना होती है। अगर उम्मीदवार जानकारी जुटाने के बाद संस्थान को अपनी इच्छा के अनुरूप

 पाता है तो आवेदन था में इसको चर्चा अवश्य करनी चाहिए। नियोक्ता पर इसका अच्छा प्रभाव पड़ता है।

 अतः स्वार के साथ आवेदन-पत्र भेजना भी अनिवार्य होता है।

पाठ से संवाद

प्रश्न 1. कल्पना कीजिए कि आपने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना अध्ययन पूरा लिया है और किसी प्रसिद्ध अखबार में

 पत्रकार पद के लिए आवेदन भेजना है। इस लिए एक आवेदन-पत्र लिखिए।

आवेदन-पत्र

सेवा में,

सम्पादक,

नई दुनिया, इंदौर

दिनांक: 10 मई, 20...


अभिव्यक्ति और माध्यम (पाठ के महत्वपूर्ण विन/नोदस... प्रश्नोस) 

विषय- पत्रकार पर हेतु आवेदन

आज दिनांक 1(0 गई, 20... को इंदौर से प्रकाशित नई दुनिया के प्रात: संस्करण से

प्रहाशित विज्ञापन से ज्ञात हुआ है कि आपके समाचार पत्र में पत्रकार पद के लिए एक योग्य

पत्रकार की आवश्यकता है। मैं इस पद के लिए आवेदन प्रस्तुत कर रहा हैं।

मेरा स्ववृत्त इस आवेदन के साथ संलग्न है। विज्ञापन में वर्णित सभी अर्हताओं को पूरा

करता हूँ। संक्षिप्त विवरण-

(क) मैं साहित्य वर्ग का छात्र हूँ तथा हिन्दी मेरा प्रिय विषय रहा है। मैंने केन्द्रीय हिन्दी

संस्थान, आगरा से हिन्दी विषय में 80% अंक लेकर स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की है।

(ख) मैं आपके समाचार पत्र नई दुनिया का नियमित पाठक हूँ अत: समाचार पत्र

की प्रत्येक गतिविधि से भली भाँति परिचित हूँ।

(ग) मैंने विद्यालय, जिला स्तर, प्रान्तीय स्तर पर अनेक बार वाद विवाद प्रतियोगिता

में भाग लिया व पुरस्कृत भी हुआ हूँ। संस्था में हर कार्यक्रम में भाषण दिया है। लिखित व

मौखिक दोनों प्रकार के प्रतियोगिताओं में सहभागी रहा हूँ।

(च) मैंने सम्पूर्ण भारत व पड़ोसी देशों का पर्यटन किया है। प्रतियोगिता में भाग लेने

के कारण अनेक नगरों का भ्रमण किया है व संस्कृति को पहचाना है।

(ङ) अपनी संस्था की क्रिकेट टीम का कप्तान रहा हूँ।

(च) समय-समय पर समाचार-पत्र व पत्रिकाओं में लेख व कविताएँ लिखी हैं। मैं

मौखिक व लिखित अभिव्यक्ति में समर्थ हूँ। आपके समाचार पत्र में कार्टून व लेख भेजता हूँ।

(छ) मुझमें एक अच्छे पत्रकार के गुण-संदेह व सवाल करना, सच्चाई सन्तुलन,

निष्पक्षता, स्पष्टता आदि गुण हैं एवं मेरा लेख भी सुन्दर व स्पष्ट है।

अनुरोध है कि उपर्युक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए मेरे आवेदन-पत्र पर सहानुभूति व

सकारात्मक रूप से विचार करें और मुझे पत्रकार के पद पर नियुक्त करें।

सधन्यवाद

भवदीय

(नाम)

ओबेजने के लिए अपना 'बायोडेटा' तैयार कीजिए।

स्ववृत्त

पीयूष कुमार

शशि भूषण

वैशाली

नाव

माँ का नाम

18 नवम्बर, 20...

डी-72, कमला नगर, शालीमार एक्लेव, ग्वालियर

उपरोक्त



स्ववृत्त लेखन और रोजगार सम्बन्धी आवेदन-पत्र pdf
Swvrit lekhan aur rojgar aavedan patra abhivyakti aur madhyam 




मोबाइल नं.

ई-मेल

शैक्षणिक योग्यताएं-

विषय

परीक्षा/

विद्यालय/बोर्ड।

क्र.

डिग्री

वर्ष महाविद्यालय।

सं.

डिप्लोमा

विश्वविद्यालय

1. दसर्वी कक्षा/2014/राजकीय

विद्यालय अंग्रेजी, हिन्दी, विज्ञान, प्रथम

F

प्रथम 90

/2016/उपरोक्त

/(सी.बी. एस. ई.) गणित, सामाजिक विज्ञान

हिन्दी, अंग्रेजी

भौतिक विज्ञान,

रसायन विज्ञान, गणित

2./बारहवीं

प्रथम

3./बी.एस-सी. 2019 हिन्दू कॉलेज, दिल्ली कम्प्यूटर साइंस

विश्वविद्यालय, दिल्ली

(ऑनर्स)

अन्य सम्बन्धित योग्यताएँ

(1) कम्प्यूटर का अच्छा ज्ञान और अभ्यास।

(2) फ्रांसीसी भाषा का कार्य योग्य ज्ञान।

उपलब्धियाँ

(1) अखिल भारतीय वाद-विवाद प्रतियोगिता (वर्ष 2015) प्रथम पुरस्कार।

(2) राजीव गाँधी स्मारक निबन्ध प्रतियोगिता (वर्ष 2016) प्रथम पुरस्कार।

(3) विद्यालय और महाविद्यालय क्रिकेट टीमों का कप्तान।

कार्येत्तर गतिविधियाँ और अभिरुचियाँ

(1) कम्प्यूटर सम्बन्धी पत्र-पत्रिकाओं का नियमित पाठन।

(2) देश भ्रमण का शौक।

(3) इंटरनेट सर्फिग।

(4) क्रिकेट व फुटबॉल में अभिरुचि।

दो सम्मानित व्यक्तियों का विवरण जो उम्मीदवार के व्यक्तित्व और उपलबि

से परिचित हैं-

(1) श्री देवेन्द्र गुप्ता, प्रधानाचार्य, हिन्दू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली

(2) इन्द्र कुमार जैन, एस. एस. आई. कम्प्यूटर संस्थान, संजय प्लेस, ग्वालियर

पीयूष भूषण

(हस्ताक्षर)

स्थान : दिल्ली।

तिथि: 15 मई, 20...


है खिलाड़ी में टीम भावना, भाषण व वाद-विवाद वारा

अतिरिक्त परीक्षोपयोगी प्रश्नोत्तर

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. कम्पनी उम्मीदवार को किसके आधार पर चुनती है ?

उत्तर-कम्पनी स्ववृत्त के आधार पर साक्षात्कार लेकर उम्मीदवार को चुनती है।

प्रश्न 2 नौकरी की तलाश को मार्केटिंग क्यों कहा गया है?

उत्तर-नौकरी की तलाश मार्केटिग है क्योंकि उम्मीदवार को मार्केटिग में सफल होने

के लिए अपने स्वस्त (बायोडेटा) को सुन्दर व आकर्षक बनाना होता है।

प्रश्न 3. एक अच्छे स्ववृत्त की तुलना किससे की गई है और क्यों ?

उत्तर-एक अच्छे स्ववृत्त की तुलना चुम्बक से की गई क्योंकि सर्वप्रथम स्ववृत ही

स्ववृत्त के कौन-से दो पक्ष होते हैं?

उत्तर-स्ववृत्त के दो पक्ष होते है-) उम्मीदवार, 2) नियोक्ता।

मन स्ववृत्त की कोई दो विशेषताएँ लिखिए।

ला-) स्ववृत्त में ईमानदारी होनी चाहिए.(2) भाषा-शैली-सरल, सीधी, सटीक

और साफ होनी चाहिए।

मान व्यक्तिगत परिचय के अन्तर्गत क्या-क्या आता है?

उतर-व्यक्तिगत परिचय के अन्तर्गत उम्मीदवार का नाम, जन्मतिथि, माता-पिता का

पत्र व्यवहार का पता, टेलीफोन नं. वई-मेल का पता लिखा जाता है।

प्रल.आवेदन-पत्र कामेश्य क्या होता है?

उतर-आवेदन-पत्र का उद्देश्य पद के लिए उम्मीदवार की योग्यता और गम्भीरता के

से नियोता आमिरक्षास जगाना होता है।

प्रश्न 3. आवेदन-पत्र की विषय वस्तु के कौन कौन से चार खण्ड होते हैं ?

उतार-चार खण्ड-सा उम्मीदवारी की इच्छा योन्यताओं और आवश्यकताओं को

 स्ववृत्त लेखन और रोजगार संबंधी आवेदन पत्र

स्ववृत्त लेखन और रोजगार संबंधी आवेदन पत्र 

स्ववृत्त लेखन किसे कहते है ?

स्ववृत्त लेखन और रोजगार संबंधी आवेदन पत्र class 11

स्ववृत्त से आप क्या समझते हैं

स्ववृत्त का उदाहरण का प्रारूप कैसा हो

स्ववृत्त की विशेषताएं

कार्यालय लेखन और प्रक्रिया पाठ के प्रश्न उत्तर


शैक्षणिक योग्यताएँ

परीक्षा,

विद्यालय/बोर्ड।

वर्ष महाविद्यालय। विषय

डिप्लोमा

विश्वविद्यालय

1. हाईस्कूल 2011 शासकीय हायर

हिन्दी, अंग्रेजी, गणित प्रथम

विज्ञान, सामाजिक

हरदा, माध्यमिक शिक्षा विषय, कम्प्यूटा

मण्डल, (म.प्र.)

2. इण्टरमीडिएट 2013 उपरोक्त हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, प्रथम 8%

अर्थशास्त्र, कण्यूटा

2016 शासकीय महा-अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, प्रथाम 70%

विद्यालय, हरदा

कम्प्यूटर, गणित

2018 उपरोक्त अर्थशास्त्र

|2018- शाकाम्बरी इण्टर लिपिक पद पर कार्य

अब तक कॉलेज, हरदा

है।

3. बी. ए.

4. एम. ए.

5. अनुभव

किम

अम सम्बन्धित योग्यताएं

प्यूटर का ज्ञान व अभ्यास।

अंग्रेजी भाषा व गणित का अभ्यास।


(2) 'मोदी' जीवन परिचय निवल प्रतियोगिता 01204 एस्कार

आयतर गतिविधियाँ और अभिरुचियों

(1) पत्र-पत्रिकाओं का नियमित पाटन

(2) देश भ्रमण का शौक

(3) कम्प्यूटर व इण्टरनेट सर्फिग।

(4) फुटबॉल व क्रिकेट में अभिरुचि।

सम्मानित व्यक्तियों का विवरण जो उम्मीदवार के व्यक्तित्व और उपलब्धियों में

परिचित हों

(1) श्री मनीष कुमार, प्रधानाचार्य, शासकीय हायर सेकण्डरी स्कूल, हरदा।

(2) अरुण गोयल, माध्यमिक शिक्षा निदेशक, भोपाल (म.प्र.)

स्थान: हरदा।

तिथि: 15 मार्च, 20...

सूर्य प्रकाश

(हस्ताक्षर

प्रज्न 2. विद्युत् विभाग में लिपिक पद के लिए एक आवेदन-पत्र लिखिए।

उत्तर-

सेवा में,

मुख्य विद्युत् अभियन्ता

विद्युत विभाग, इंदौर।

विषय : लिपिक पद हेतु आवेदन-पत्र

आज दिनांक 15 मार्च, 20... को इन्दौर में प्रकाशित 'दैनिक भास्कर के प्रात: संस्करण

में प्रकाशित विज्ञापन से ज्ञात हुआ है कि विद्युत् विभाग में लिपिक को आश्यकता

है। मैं इस पद के लिए अपना आवेदन प्रस्तुत कर रहा हूँ।

मेरा (स्ववृत्त) बायोडेटा आवेदन के साथ संलग्न है। इसका अवलोकन करने पर

आप पारी कि मैं इस पद के लिए पूरी तरह से उपयुक्त उम्मीदवार हूँ। मैं विज्ञापन में

आपके द्वारा अभिलषित समस्त योग्यताओं और अर्हताओं को पूरा करता हूँ। संक्षिप्त


स्ववृत्त लेखन किसे कहते है ?

स्ववृत्त लेखन Class 11

स्ववृत्त लेखन और रोजगार संबंधी आवेदन

स्ववृत्त लेखन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें लिखिए

स्ववृत्त की विशेषताएं

(क)साहित्य वर्ग का छात्र रहा और गणित व कम्प्यूटर मेरा प्रिय विषय रहा है।

विभाग की गतिविधियों से पूर्णमय से परिचित क्योंकि विद्युत् सम्बन्धी अनेक असुविधाओं

सिविषयीनर्स के साथ प्रथम श्रेणी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। विद्युत

का सामना करना पड़ता है। आपकी कम्पनीका विद्युत विवरण बहुत सीमा तक प्रशंसनीय है।

(क) ने अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की योग्यता प्रथम श्रेणी में प्राप्त की है।

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