12वी अर्थशास्त्र अर्धवार्षिक परीक्षा 2021|12th economics half yearly paper solution

12वी अर्थशास्त्र अर्धवार्षिक परीक्षा 2021|12th economics half yearly paper solution 



Half yearly paper class 12th economics paper solution - हैलो दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारी वेबसाइट  में और आज के इस नयी पोस्ट में हम 12वी अर्थशास्त्र अर्धवार्षिक परीक्षा की तैयारी करेंगे और आप हमारी वेबसाइट  के माध्यम से कक्षा-12वीं के सभी विषय की अर्द्धवार्षिक परीक्षा की तैयारी भी कर सकते हैं आपको हमारी वेबसाइट के माध्यम से सभी विषयों के महत्वपूर्ण प्रश्न और इनके उत्तर प्रदान किए जाएंगे 




अर्द्धवार्षिक परीक्षा 12 वीं अर्थशास्त्र मे कितना सिलेबस आएगा?? 




सभी छात्रों के मन में यह सवाल है कि अर्द्धवार्षिक परीक्षा मे कितना सिलेबस आएगा जैसे कि आप सभी को पता होगा कि माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश ने हाल ही में एक नोटिस जारी किया गया है जिसमें बताया गया है कि कक्षा 9 वीं से लेकर 12 वीं तक की सभी कक्षों की अर्द्धवार्षिक परीक्षा 29 नवंबर में होंगी अब हम बात करे कि अर्द्धवार्षिक परीक्षा मे कितना सिलेबस आएगा तो आप सभी कक्षाओं के सिलेबस को आसानी से हमारी वेबसाइट के माध्यम से डाउनलोड कर सकते हैं 


व्यष्टि अर्थशास्त्र एक परिचय

Unit-1-परिचय कुल अंक-05

वस्तुनिष्ठ प्रश्न-01



वस्तुनिष्ठ प्रश्नः- (01 अंक)


1.व्यष्टि अर्थशास्त्र का अर्थ है।

अ) विशिष्ट आर्थिक इकाईयों का अध्ययन

 ब) सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था का अध्ययन

स) कुल राष्ट्रीय आय का अध्ययन

 द) इनमें से कोई नहीं

 

2.व्यष्टि अर्थशास्त्र तथा समष्टि अर्थशास्त्र दोनों है।

अ) परस्पर पूरक

ब) परस्पर विरोधी

स) परस्पर भिन्न

द) इनमें से कोई नहीं


3.निम्न में से किस अर्थव्यवस्था में सामाजिक हित एवं कल्याण को महत्व दिया जाता है।

अ) पूंजीवादी अर्थव्यवस्था में

ब) समाजवादी अर्थव्यवस्था में

स) मिश्रित अर्थव्यवस्था में

द) अविकसित अर्थव्यवस्था में


4.उस केन्द्रीय समस्या की पहचान कीजिए जो उत्पादित की जाने वाली वस्तुओं की मात्रा से सम्बंधित है।

अ) क्या उत्पादन किया जाये

ब) कैसे उत्पादन किया जाए

स) किसके लिए उत्पादन किया जाये

 द) इनमें से कोई नहीं

 

5.सूक्ष्म अर्थशास्त्र अध्ययन करता है।

अ) राष्ट्रीय उत्पादन का

ब) विशिष्ट फर्मो का

स) कीमत स्तर का

द) उपरोक्त सभी


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न। 


किसी अर्थव्यवस्था की चार केन्द्रीय समस्याओं को समझाइये।


केन्द्रीयकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था को समझाइये।

बाजार अर्थव्यवस्था को समझाइये।


केन्द्रीयकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था तथा बाजार अर्थव्यवस्थाओं में अंतर बताइये।


सकरात्मक तथा आदर्शक अर्थशास्त्र में अंतर बतलाइये।


व्यष्टि तथा समष्टि अर्थशास्त्र में अंतर बतलाइये।


व्यष्टि अर्थशास्त्र का महत्व लिखिये। (कोई चार)


Unit-2-उपभोक्ता व्यवहार एवं मांग 


वस्तुनिष्ठ प्रश्न:- (01 अंक)


1.जब सीमान्त उपयोगिता शून्य होती है। तब कुल उपयोगिता :-

अ) घटने लगती है

ब) बढ़ने लगती है।

स) स्थिर रहती है

द) गुणा करती है।


2.सीमांत उपयोगिता हो सकती है।

अ) धनात्मक

ब) ऋणात्मक

स) शून्यात्मक

द) उपर्युक्त सभी


3.उदासीनता वक्र का नीचे की और ढाल सूचित करता है।

अ) धनात्मक ढाल

ब) ऋणात्मक ढाल

स) स्थिर ढाल

द) इनमें से कोई नहीं


4.उपभोग की अंतिम इकाई से प्राप्त होने वाली उपयोगिता को कहा जाता है।

अ) सीमान्त उपयोगिता

ब) धनात्मक उपयोगिता

स) ऋणात्मक उपयोगिता

द) शून्यात्मक उपयोगिता


Q.2रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये। (01 अंक)


1.कुल उपयोगिता... उपयोगिता का योग होती है।

2..उच्च उदासिनता वक्र..... संतुष्टि को दर्शाता है।

उपयोगिता की आवश्यकता को संतुष्ट करने की शक्ति .......रखती है।

2.मांग का नियम....... एक कथन है।

3.जब वस्तु की मांग से परिवर्तन उसके मूल्य में परिवर्तन से कम हो तो मांग की लोच....होगी।


Q.3 निम्नलिखित से सत्य/असत्य बताइये। (1अंक)


1.उपयोगिता व्यक्तिगत होती है।

2.सीमांत उपयोगिता ऋणात्मक भी हो सकती है।

3.गिफीन वस्तुएँ घटीया वस्तुएँ होती हैं।

4.जब मांग तालिका को रेखाचित्र द्वारा व्यक्त किया जाता है। तो उसे मांग वक्र कहते हैं।

5.माँग वक्र दाँयें से बाँयें नीचे की और झुका हुआ होता है।


एक वाक्य में उत्तर दीजिये। (1अंक)

जब सीमांत उपयोगिता शून्य होती है। तब कुल उपयोगिता कितनी होती है?

बजट रेखा का दूसरा नाम क्या है?

विलासिता की वस्तुओं की मांग की लोच कैसी होती है?

कीमत तथा मांग के बीच किस प्रकार का सम्बंध होता है?

मांग वक्र की मान्यता के अनुसार उपभोक्ता की आय कैसी मानी जाती है?


सही जोड़ी बनाइये। (01अंक)


स्थानापन्न वस्तुएँ.           गिफिन वस्तुएँ

पूरक वस्तुएँ.              निम्न कोटी की वस्तुएँ

गिफिन वस्तुएँ.         बेलोचदार मांग

    

(iii) आवश्यकता की वस्तुएँ.  मांग के नियम का अपवाद.

(iv) गेंद और बल्ला.      कुल उपयोगिता

(v) चाय एवं कॉफी.       बजट रेखा

(vi) कीमत रेखा     सीमांत उपयोगिता का योग



अति लघु उत्तरीय प्रश्न। (02 अंक)

उपयोगिता किसे कहते हैं?

सीमांत उपयोगिता का अर्थ लिखिये।

कुल उपयोगिता किसे कहते है?

बजट रेखा किसे कहते हैं?

बजट सेट किसे कहते हैं?

उदासिनता वक्र क्या है?

मांग का अर्थ लिखिये।

मांग की लोच किसे कहते हैं?


लघु उत्तरीय प्रश्न।


उपयोगिता की तीन विशेषताएँ लिखिये।

सीमांत उपयोगिता, कुल उपयोगिता तथा औसत उपयोगिता में संबंध बताइये।

मांग के नियम की सचित्र व्याख्या कीजिये।

अनाधिमान वक्रों की तीन विशेषताएँ लिखिये।

अनाधिमान मानचित्र को समझाइये।

किसी वस्तु की मांग के निर्धारक तत्वों को लिखिये।

सामान्य तथा निम्नस्तरीय वस्तुएँ क्या हैं? समझाइये।

स्थानापन्न तथा पूरक वस्तुएँ क्या हैं? समझाइये।

पूर्णतया लोचदार मांग को सचित्र समझाइये।

पूर्णतया बेलोचदार मांग की सचित्र व्याख्या कीजिये।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न ।


उपयोगिता ह्यास नियम की व्याख्या चित्र द्वारा कीजिये।

किसी वस्तु की मांग की लोच को प्रभावित करने वाले प्रमुख तत्वों को समझाइये।

उदासीनता वक्रों को विस्तार से समझाइये।

उपयोगिता ह्यास नियम के अपवाद लिखिये।

मांग की कीमत लोच की विभिन्न श्रेणियों की सचित्र व्याख्या कीजिये।


Unit-3-उत्पादक व्यवहार एवं पूर्ति 


सही विकल्प चुनिये :- (01 अंक)


1.भौतिक आदाओं और भौतिक प्रदा के बीच सम्बंध को कहते हैं।

अ) लागत फलन

ब) आगम फलन

स) उत्पादन फलन

द) तकनीकी फलन


2.अल्पकाल में उत्पादन फलन का कौन-सा नियम लागू होता है।

अ) परिवर्तनशील अनुपातों का नियम 

ब) पैमाने के प्रतिफल

स) दोनों (अ) एवं (ब)

द) इनमें से कोई नहीं


3.उत्पादन की प्रथम अवस्था में

अ) कुल उत्पादन में बढ़ती हुई दर से वृद्धि होती है।

ब) सीमांत उत्पादन घटता है।

स) सीमांत उत्पादन बढ़ता है।

द) दोनों (अ) तथा (ब)


4.उत्पादन प्रारंभ होने से पहले निम्न में से कौन-सी लागत पाई जाती है।

अ) कुल लागत

ब) सीमांत लागत

स) स्थिर लागत

द) परिवर्तनशील लागत


5.निम्न में से कौन-सा स्थिर लागत का उदाहरण नहीं है।

अ) भूमि तथा भवन पर व्यय

ब) प्लांट एवं मशीनरी पर व्यय

स) अस्थायी श्रमिकों का मजदूरी और वेतन 

D) लायसेंस फीस


रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये। (01 अंक)

वह नियम जो में लागू होता है उसे परिवर्तनशील अनुपातों का नियम कहते है 


वह नियम जो में लागू होता है उसे पैमाने के प्रतिफल का नियम कहते हैं।

औसत लागत तथा सीमांत लागत दोनों ही

लागत से ज्ञात की जाती है।

लागत, औसत लागत को उसके सबसे निचले बिन्दु पर काटती है।

फर्म की संख्या बढ़ने पर बाजार में पूर्ति


निम्नलिखित का सत्य / असत्य बताइये। (1 अंक)

शून्य उत्पादन होने पर परिवर्तनशील और स्थिर दोनों ही साधन घटा दिये जाते हैं।

अल्पकाल में परिवर्तनशील साधन अपरिवर्तित रहते हैं।

उत्पादन बंद कर देने पर स्थिर लागत शून्य हो जाती है।

पैमाने के प्रतिफल का संबंध दीर्घकालीन उत्पादन फलन से होता है।

कर में वृद्धि होने से उत्पादन लागत बढ़ती है। और पूर्ति में कमी आती है।

सही जोड़ी बनाइये। (01 अंक)

"अ"

कुल उत्पादन.      अल्पकाल

साधन के प्रतिफल का नियम. उत्पादन फलन

अदा एवं प्रदा में सम्बंध. वस्तुओं तथा सेवाओं की कुल मात्रा

ACऔर MC वक्र      अतिरिक्त उत्पादन

सीमांत उत्पादन.      U आकार


लघु उत्तरीय प्रश्न । 


उत्पादन फलन से क्या अभिप्राय है?

अल्पकाल को समझाइये।

दीर्घकाल का अर्थ स्पष्ट कीजिये।

पैमाने के प्रतिफल किसे कहते हैं?

कुल उत्पादन एवं सीमांत उत्पादन का अर्थ लिखिये।

कुल लागत से क्या अभिप्राय है?



दीर्घ उत्तरीय प्रश्न। 

कुल उत्पाद, सीमांत उत्पाद तथा औसत उत्पाद में सम्बंध स्पष्ट कीजिये


उत्पादन फलन की मान्यताएँ लिखिये।

अल्पकालीन तथा दीर्घकालीन लागतों को समझाइये।

स्थिर तथा परिवर्तनशील लागतों में अंतर लिखिये।

पूर्ति का नियम लिखिये।


अति दीर्घउत्तरीय प्रश्न

ह्आसमान सीमांत उत्पाद नियम या परिवर्ती अनुपातों का नियम को चित्र द्वारा स्पष्ट

कीजिये।

पैमाने के प्रतिफल की सचित्र व्याख्या कीजिये।

लागत वक्र U आकृति के क्यों होते हैं। समझाइये।

पूर्ति की लोच को समझाइये।

पूर्ति की लोच को प्रभावित करने वाले तत्वों को लिखिये।

उत्पादन फलन की अवधारणा को समझाइये।


Unit-4- बाजार के प्रकार एवं मूल्य निर्धारण  

वस्तुनिष्ठ प्रश्न।। 


निम्न में से बाजार का कौन-सा स्वरूप कीमत-निर्धारक होता है।

अ) एकाधिकार

ब) अल्पाधिकार

स) पूर्ण प्रतियोगिता। 

द) एकाधिरात्मक प्रतियोगिता


पूर्ण प्रतियोगिता में विक्रय लागतें होती है।

ब) बहुत कम

स) न के बराबर


रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये। (01 अंक)


पूर्ण प्रतियोगिता की दशा में क्रेताओं और विक्रेताओं की संख्या होती है।

पूर्ण प्रतियोगिता में एक फर्म कीमत फर्म होती है।


सत्य/असत्य लिखिये। (01 अंक)

पूर्ण प्रतियोगिता की स्थिति में बाजार में कोई प्रतियोगिता नहीं पायी जाती है।

पूर्ण प्रतियोगिता में उत्पादक अलग-अलग क्रेताओं से अलग-अलग कीमतें ले सकते है।। 


सही जोडी बनाइये। 01 अंक)


1बहुत अधिक.   स्थानिय बाजार

2फर्म का साम्य. सोना


3AR = Mr.     दूध

4.अन्तराष्ट्रीय बाजार. कपड़ा

5.राष्ट्रीय बाजार.  24





दीर्घ उत्तरीय प्रश्न । 


पूर्ण प्रतियोगिता को विस्तार से समझाइये।

पूर्ण प्रतियोगिता बाजार क्या है? इसकी प्रमुख विशेषताएँ लिखिये।


बाजार मूल्य तथा सामान्य मूल्य में अंतर स्पष्ट कीजिये।

पूर्ण प्रतियोगिता में मूल्य निर्धारण को चित्र द्वारा समझाइये।

लाभ अधिकतमीकरण को विस्तार से समझाइये।


Unit-5 

वस्तुनिष्ठ प्रश्न


कीमत संतुलन तब समान रहता है जब-

अ) माँग में वृद्धि - पूर्ति में वृद्धि

 4) माँग में वृद्धि पूर्ति में वृद्धि

 5) स) माँग में कमी < पूर्ति में वृद्धि

 6)  द) माँग में वृद्धि (x) पूर्ति में वृद्धि

जब बाजार मांग, बाजार पूर्ति से अधिक होती है तब स्थिति बनती है। -

अ) पूर्ति के अतिरेक की

ब) संतुलन के स्तर

स) मांग के अतिरेक की

द) इसमें से कोई नहीं


रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए। 01 अंक)

का आशय संतुलन की स्थिति से है।

का आशय किसी वस्तु की ऐसी कीमत निर्धारित करना है। जो सन्तुलन में रहती है। 


कीमत छत को


अतिलघु उत्तरीय प्रश्न। 


उच्चतम निर्धारित कीमत किसे कहते है?

निम्नतम निर्धारित कीमत किसे कहते है?

संतुलन कीमत का अर्थ लिखिये।

श्रम की मांग किसके द्वारा की जाती है?

वस्तुओं की मांग किसके द्वारा की जाती है?

बाजार संतुलन से क्या आशय है?

अधिमांग से क्या आशय है?

अधिपूर्ति किसे कहते है?

श्रम बाजार में मजदूरी का निर्धारण कहाँ होता है?

श्रम का सीमांत संप्राप्ति उत्पाद किसे कहते है?


Unit-6 

वस्तुनिष्ठ प्रश्न 


रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये।

स्टॉक एक विशेष पर मापी गई मात्रा होती है।


वस्तुएँ दे वस्तुएँ होती है जिनका उपयोग अन्य वस्तुओं के उत्पादन के लिए किया जाता है।

स्थायी सम्पत्तियों के उपयोग से होने वाली टूट-फूट के कारण होने वाली हानी है।

परिवार द्वारा खरीदी गई कार वस्तु कहलाती है।

राष्ट्रीय आय के ऑकलन में भुगतान शामिल नहीं रहते है।


अति लघु उत्तरीय प्रश्न।


राष्ट्रीय आय का अर्थ लिखिये।

प्रति व्यक्ति आय किसे कहते हैं?

समष्टि अर्थशास्त्र किसे कहते हैं?

अंतिम तथा मध्यवर्ती वस्तुएँ किसे कहते हैं?

उपभोक्ता वस्तु तथा पूंजीगत वस्तुएँ किसे कहते हैं?


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न । 


राष्ट्रीय आय एवं प्रतिव्यक्ति आय में अंतर लिखिये।

सकल घरेलू उत्पाद को समझाइये।

सकल राष्ट्रीय उत्पाद को समझाइये।

शुद्ध घरेलू उत्पाद एवं शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद को समझाइये।

समष्टि अर्थशास्त्र का महत्व लिखिये।


अतिदीर्घ उत्तरीय प्रश्न।


राष्ट्रीय आय की अवधारणाएँ समझाइये।

राष्ट्रीय आय गणना की आय विधि समझाइये।

राष्ट्रीय आय गणना की व्यय विधि को समझाइये।

राष्ट्रीय आय गणना की उत्पादन वृद्धि रीति का वर्णन कीजिये।

राष्ट्रीय आय गणना की आय विधि की प्रमुख कठिनाईयों को लिखिये।

व्यय विधि द्वारा राष्ट्रीय आय ज्ञात करने में रखी जाने वाली सावधानियों को लिखिये।

राष्ट्रीय आय के चक्रिय प्रवाह को समझाइये।

स्टॉक तथा प्रवाह में अंतर स्पष्ट कीजिये।

मूल्य ह्यास को समझाइये।

राष्ट्रीय आय का महत्व लिखिये।

भारत में राष्ट्रीय आय कम होने के कारण लिखिये।

भारत में राष्ट्रीय आय में वृद्धि के उपाय लिखिये।


Unit-7 

वस्तुनिष्ठ प्रश्न-

मुद्रा का प्राथमिक कार्य है।

अ) मूल्य का संचय

ब) मूल्य का मापन

स) आय का वितरण

द) भावी भुगतान


2.भारत का केन्द्रीय बैंक है।

अ) रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया

 ब) स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया

 स) इलाहाबाद बैंक

 द) बैंक ऑफ बड़ोदा

3.एक रुपये का नोट निर्गमित करता है।

अ) भारतीय रिजर्व बैंक

ब) भारतीय स्टेट बैंक

स) भारत सरकार

द) उपरोक्त सभी


4.जनता का बैंक कौन-सा होता है।

अ) व्यापारिक बैंक

ब) केन्द्रीय बैंक

स) (अ) एवं (ब) दोनों

द) इनमें से कोई नहीं


व्यावसायिक बैंक

अ) नोट निर्गमन करते हैं 

ब) ग्राहकों की जमा स्वीकार करते हैं

स) ग्राहकों को ऋण देते हैं

 द) (ब) एवं (स) दोनों

रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये। (1 अंक)

मुद्रा वह धूरी है जिसके अर्थ विज्ञान केन्द्रीत है।

मुद्रा के प्राथमिक कार्य एवं दोनों है।

ट्रस्टी की भूमिका निभाना बैंक का कार्य है।

बैंक का नोट निर्गमन पर एकाधिकार है।

रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया देश का बैंक कहलाता है।


सत्य/असत्य लिखिये। (01 अंक)


केन्द्रीय बैंक बैंकों का बैंक होता है।

केन्द्रीय बैंक सरकार को ऋण प्रदान करता है।

व्यापारिक बैंक साखा सृजित करते हैं।

मुद्रा एक अच्छा सेवक किन्तु बुरा स्वामीनी है।

व्यापारिक बैंक के पास प्राथमिक जमाएँ नहीं होती।. 


सही जोडी बनाइये। (1अंक)


जमा स्वीकार करना      व्यापारिक बैंक

जनता का बैंक.       सरकार का बैंक

व्यापारिक बैंक.        मुद्रा का प्राथमिक कार्य

दाम कहा जाता था.    प्राचीन भारत में सिक्कों को

मूल्य का मापन


लघुउत्तरीय प्रश्न। 

मुद्रा का अर्थ समझाइये।

वस्तु विनिमय किसे कहते हैं?

मुद्रा की मांग किसे कहते है?

मुद्रा की पूर्ति को समझाइये।

केन्द्रीय बैंक किसे कहते है?


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न । (64 अंक)

मुद्रा के कोई चार कार्यों को लिखिये।

मुद्रा का महत्व बतलाइये।

वस्तु विनिमय प्रणाली की कठिनाईयों को लिखिये।

भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना के उद्देश्य लिखिये।

भारतीय रिजर्व बैंक के निषिद्ध कार्यों को लिखिये।


अति दीर्धउत्तरीय प्रश्न। (03 अंक)


व्यावसायिक बैंकों के कार्यों को विस्तार से लिखिये।

केन्द्रीय बैंक के प्रमुख कार्यों को समझाइये।

केन्द्रीय बैंक तथा व्यापारिक बैंक में अंतर स्पष्ट कीजिये।

एक अच्छी मुद्रा के आवश्यक गुणों को लिखिये।

मुद्रा के प्रमुख दोषों को समझाइये।



Unit-8

आय तथा रोजगार का निर्धारण - वर्तमान वर्ष में कम किया गया 


सरकारी बजट एवं अर्थव्यवस्था 


वस्तुनिष्ठ प्रश्न । (01 अंक)

राजस्व बजट में शामिल है।

अ) सरकार की राजस्व प्राप्तियाँ

 ब) सरकार का राजस्व व्यय

 स) सरकार की पूजीगत प्राप्तियाँ

  द) दोनों (अ) तथा (4)

सरकार द्वारा उधार लेना है।

अ) राजस्व प्राप्ति

ब) पूंजीगत प्राप्ति

स) राजस्व व्यय

द) पूंजीगत व्यय


वे राजस्व प्राप्तियाँ जो कर के अतिरिक्त अन्य स्त्रोतों से प्राप्त होती है कहलाती है।

अ) कर प्राप्तियाँ

ब) गैर कर प्राप्तियाँ

स) राजस्व प्राप्तियाँ

द) पूंजीगत प्राप्तियाँ


उस कर को क्या कहा जाता है, जिसका भार कर चुकाने वाले व्यक्ति पर ही पड़ता है।

अ) प्रत्यक्ष कर

ब) अप्रत्यक्ष कर

स) प्रगतिशील कर

द) आनुपातिक कर


बजट को आधिक्य का बजट कब कहा जाता है।

अ) अनुमानित प्राप्तियाँ (=) अनुमानित व्यय

ब) अनुमानित प्राप्तियाँ (८) अनुमानित व्यय

स) अनुमानित प्राप्तियाँ () अनुमानित व्यय

द) अनुमानित प्राप्तियाँ (x) अनुमानित व्यय


रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये। 

सम्पदा कर एक कर है।

ऋण पर ब्याज मिलना एक प्राप्ति है।

पूंजीगत व्यय अवधि के लिए किये जाते है।

अनुमानित व्यय = संतुलित बजट कहलाता है।

घाटे का बजट अनुमानित आय - -1


प्र.3 सही जोड़ी बनाइए। 


प्र.5

वृद्धावस्था पेंशन भुगतान. अंशपत्रों में विनियोग

पूंजीगत व्यय.   पूंजीगत प्राप्तियाँ

कर राजस्व.   गैर-विकासीय व्यय

उधार लेना.     योजना व्यय

कानून एवं व्यवस्था.  राजस्व प्राप्ति


सत्य/असत्य बताइए। 


ऋण की वसूली पूंजीगत प्राप्ति होती है।

भारत में सरकारी बजट केवल केन्द्रीय सरकार द्वारा प्रस्तुत किया जाता है।

बजट सरकार की आय तथा व्यय का विवरण होता है।

राजस्व प्राप्तियों में कर प्राप्तियों तथा गैर कर प्राप्तियों दोनों को शामिल किया जाता है।

सरकार की अनुमानित आय > सरकार की अनुमानित व्यय होने पर आधिक्य का बजट कहलाता है।


अति लघु उत्तरीय प्रश्न। (02 अंक)

सरकारी बजट का अर्थ लिखिये।

संतुलित बजट किसे कहते है?

आधिक्य का बजट किसे कहते है?

घाटे का बजट क्या होता है?

वस्तु तथा सेवाकर (जी.एस.टी.) को समझाइये।


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न। 


सरकारी बजट के प्रमुख अवययों को समझाइये।

सरकारी बजट के प्रमुख उद्देश्यों को स्पष्ट कीजिये।

राजस्व प्राप्तियों तथा पूंजीगत प्राप्तियों में अंतर स्पष्ट कीजिये।

संतुलित तथा असंतुलित बजट को विस्तार से समझाइये।

सरकारी बजट की प्रमुख विशेषताओं को लिखिये।


Unit-10


भुगतान संतुलन (खुली अर्थव्यवत्या) कुल अंक-12


वस्तुनिष्ठ प्रश्न। 


विदेशी विनिमय दर किसी मुद्रा की कीमत को व्यक्त करती है।

अ) स्वर्ण के रूप में

ब) धातु के रूप में

स) अन्य मुद्रा के रूप में

द) इनमें से कोई नहीं


सरकार द्वारा निर्धारित विनिमय दर को कहा जाता है।

अ) स्थिर विनिमय दर

ब) तैरती विनिमय दर

स) लोचपूर्ण विनिमय दर

 द) इनमें से कोई नहीं

भुगतान संतुलन में शामिल होते है।

अ) केवल आयात

ब) केवल निर्यात

स) वस्तुओं का आयात निर्यात दोनों द) दृश्य एवं अदृश्य  दोनों


बालू खाते की मद है।

अ) स्वर्ण

स) ब्याज एवं लाभांश

द) दैकिंग


नई व्यापार नीति की घोषणा की गई।

अ) 1980 में

ब) 1990 में

स) 1991 में

द) 2021 में


रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये। (01 अंक)

संतुलन में दृश्य एवं अदृश्य दोनों मदे शामिल रहती है।

में

व्यापार का उद्देश्य कमाना होता है। फिर चाहे वह राष्ट्रीय हो या अर्न्तराष्ट्रीय।

जब घरेलू मुद्रा का मूल्य, विदेशी मुद्रा में घटा दिया जाता है तब यह कहलाता है।

व्यापार विभिन्न देशों के संकट के समय सहायक होता है।

विनिमय दर प्रणाली में किसी भी मौद्रिक सत्ता (सरकार) द्वारा हस्तक्षेप नहीं किया जाता है।



निम्नलिखित का सत्य/असत्य में उत्तर दीजिए। (01 अंक)

भुगतान संतुलन खाता अर्थव्यवस्था की विकास क्षमता को प्रतिबिम्बित करता है।

व्यापार संतुलन किसी देश की सेवाओं के निर्यात तथा सेवाओं के आयात के बीच अंतर

है।

नई व्यापार नीति की घोषणा 1991 में की गई।

व्यापार संतुलन सदैव संतुलित रहता है।

भुगतान संतुलन में केवल दृश्य मदों को शामिल किया जाता है।

निम्नलिखित की सही जोड़ियाँ बनाइये। (01 अंक)

"अ".                          "ब"

आंतरिक व्यापार.      आयात-निर्यात

एक से अधिक देशों के बीच.     विदेशी व्यापार

भुगतान संतुलन सदैव रहता है    एक देश की सीमा के 

अवमूल्यन.                संतुलन में

संतुलन में.               चालू खाते की मदे

चालू खाते की मदे        देश की मुद्रा का मूल्य


मुद्रा में कम होना       विदेशी


दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 


व्यापार संतुलन तथा भुगतान संतुलन में अंतर स्पष्ट कीजिये।

चालू खाता तथा पूंजीखाता में अंतर बतलाइये।

खुली अर्थव्यवस्था तथा बंद अर्थव्यवस्था का अर्थ समझाइये।

भारत के विदेशी व्यापार की चार विशेषताओं को लिखिये।

विदेशी विनिमय दर को विस्तार से समझाइये।

स्थिर विनिमय दर के पक्ष में चार तर्क दीजिये।


स्थिर विनिमय दर के विपक्ष में चार तर्क दीजिये।

लोचपूर्ण विनिमय दर के पक्ष में चार तर्क दीजिये।

लोचपूर्ण विनिमय दर के विपक्ष में चार तर्क दीजिये।

विनिमय दर की ब्रिटेन बुड्स प्रणाली को समझाइये।

अवमूल्यन तथा मूल्ययास में अंतर स्पष्ट कीजिये।

भुगतान संतुलन के चालू खाते की प्रमुख मदों (घटको) को समझाइये।


कक्षा 12वीं अर्थशास्त्र अर्द्धवार्षिक परीक्षा का 2021 पैटर्न कैसा रहेगा?? 


अर्द्धवार्षिक परीक्षा मे पैटर्न प्रश्न क्रमांक 1 से 5 तक 32 वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे।


सही विकल्प 06 अंक

रिक्त स्थान 07 अंक

सही जोड़ी 06 अंक

एक वाक्य में उत्तर 07 अंक

सत्य असत्य 06 अंक


संबंधी प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न पर 01 अंक निर्धारित है। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को छोड़कर सभी प्रश्नों में आंतरिक विकल्प का प्रावधान होगा। यह विकल्प समान इकाई/उप इकाई से तथा समान कठिनाई स्तर वाले होंगे। 


 इन प्रश्नों की उत्तर सीमा निम्नानुसार होगी


अतिलघुउत्तरीय प्रश्न-लगभग 30 शब्द


लघुउत्तरीय प्रश्न -  लगभग 75 शब्द


विश्लेषणात्मक - - लगभग 120 शब्द




40 प्रतिशत वस्तुनिष्ठ प्रश्न, 

40 प्रतिशत पाठ्यवस्तु पर आधारित प्रश्न

20 प्रतिशत विश्लेषणात्मक प्रश्न होगें।


सत्र 2021-22 हेतु कम किये गये पाठ्यक्रम से प्रश्न पत्र में प्रश्न न दिये जाये। पाठ्यवस्तु पर आधारित प्रायोजना कार्य हेतु 20 अंक आवंटित है।



अर्द्धवार्षिक परीक्षा के अंक इतने अधिक महत्वपूर्ण क्यों है? 

 अर्द्धवार्षिक परीक्षा के अंक इतने अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि अर्द्धवार्षिक परीक्षा के अंक आपकी वार्षिक परीक्षा मे भी जुड़ते है 




कक्षा 12वीं अर्थशास्त्र अर्द्धवार्षिक परीक्षा की कॉपी लिखने का सही तरीका! 

आप सभी को पता होगा कि आपकी अर्धवार्षिक परीक्षा प्रारम्भ हो गयी है और सभी के मन में ही सवाल है कि हम अपनी अर्द्धवार्षिक परीक्षा में किस प्रकार लिखें तो आज के इस आर्टिकल में हम अर्द्धवार्षिक परीक्षा की कॉपी लिखने का सही तरीका आपको बताएगे हमनें नीचे कुछ बिंदु बताएं है जो आपको अर्द्धवार्षिक परीक्षा की कॉपी अच्छी लिखने मे मदद होंगी 



1.सबसे पहले आपके पास 2 से अधिक Pen होना चाहिए


2.Handwriting अच्छा होना चाहिए


3.Questions Paper को ठीक से पढ़ें


4.आपको यह पूरी तरह से Clear हो कि किस कैटेगरी से कितना मार्क्स मिलेगा और कितना सवाल हल करना हैं


5.कोशिश करें सभी प्रश्नों का आंसर अपने शब्दों में दें

जितनी आवश्यक हो उतने ही शब्दों में जवाब दें


6.कॉपी पर कहीं भी कट-फट नहीं करें


7. विकल्पवाले प्रश्न में जो बन पाए उसे पहले हल करें


8.सभी प्रश्नों को हल करें



                         

 
12वी राजनीति विज्ञान अर्धवार्षिक परीक्षा 2021
12वी राजनीति विज्ञान अर्धवार्षिक परीक्षा 2021

 






अर्धवार्षिक परीक्षा 2021 के अंक वार्षिक परीक्षा में जुड़गे या नहीं? 


अर्धवार्षिक परीक्षाओं के अंक वार्षिक परीक्षा में जुड़ते है किन्तु इनका प्रतिशत कम होता है लेकिन य़ह आपके वार्षिक परीक्षा में अच्छे अंक बनाने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं इसलिए आप अर्धवार्षिक परीक्षा को हल्के में ना लें |


 

अर्धवार्षिक परीक्षा क्या है? 


 


वर्ष का वह समय फिर से आ गया है जब प्रत्येक छात्र केवल एक ही चीज़ की तैयारी में व्यस्त है- अर्धवार्षिक परीक्षा।


अर्धवार्षिक परीक्षाओं में काफी तनाव और चिंता जुड़ी होती है। छात्र अर्ध-वार्षिक परीक्षाओं पर अत्यधिक ध्यान देते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वार्षिक परीक्षाओं के लिए उनका प्रतिशत अच्छा बना रहे। यदि आप अर्धवार्षिक की तैयारी कर रहे छात्र हैं, तो हम आपके लिए कुछ टिप्स और ट्रिक्स लेकर आए हैं, जिससे आपकी अर्ध-वार्षिक परीक्षा में कोई अंक न छूटे। लेकिन आगे जाने से पहले याद रखें कि यह सिर्फ एक परीक्षा है। एक परीक्षा आपको कभी बना या बिगाड़ नहीं सकती। भले ही आपको अर्ध-वार्षिक परीक्षाओं में अच्छे अंक न मिले हों, फिर भी आपके पास अंतिम परीक्षा के लिए खुद को भुनाने के लिए बहुत समय है।



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कक्षा-9वीं के महत्वपूर्ण प्रश्न

कक्षा-10वीं के महत्वपूर्ण प्रश्न



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half yearly class 12th economics solution - Hello friends all of you are welcome in our website and in today's new post we will prepare for kaksha 12vi economics half yearly exam and you can prepare for half yearly examination of class 9th all subject through our website You can also visit our website Important questions and answers of all subjects will be provided through the medium


.How much syllabus will come in half yearly economics exam 12th ??

There is a question in the mind of all the students that how much syllabus will come in the half yearly examination as you all would know that the Board of Secondary Education Madhya Pradesh has recently issued a notice in which it has been told that from class 9th to 12th Till now the half yearly examination of all the classes will be held on 29th November Talk about how much syllabus will come in the half yearly examination, then you can easily download the syllabus of all the classes through our website.

How will be the 2021 pattern of class 12th arthshra half yearly exam??


The pattern question number 1 to 5 in the half yearly examination will be 32 objective type questions.


Correct Option 06 Marks


 blank space 07 marks


correct pair 06 points


 Answer in one sentence 07 marks


True False 06 Marks


There will be related questions. Each question carries 01 mark. There will be provision of internal choice in all questions except objective type questions. These options will be from the same unit/sub-unit and having the same difficulty level.


 The answer limit for these questions will be as follows


Very short answer type questions - about 30 words


Short Answer Type Questions - Approx 75 words


Analytical - - about 120 words


blueprint pdf download


Half yearly paper pdf download



40 percent objective type questions,

40 percent content based questions

20% will be analytical questions.


Questions should not be given in the question paper from the reduced syllabus for the session 2021-22. 20 marks are allotted for the project work based on the syllabus.



Why is half yearly exam marks so important?

 The marks of half yearly examination are so important because marks of half yearly examination are also added to your annual examination.




Correct way to write copy of class 9th maths half yearly exam!All of you would know that your half yearly examination has started and everyone has a question in their mind that how should we write in our half yearly examination, so in today's article we will tell you the right way to write the copy of half yearly examination. Tell the point which you need for half yearly examinationWill help in writing good copy1. First of all you should have more than 2 pens


2.Handwriting should be good


3. Read the Questions Paper properly


4. You should be completely clear that from which category how much marks will be given and how many questions to solve


5. Try to answer all the questions in your own words

Answer in as many words as necessary


6. Do not cut or tear anywhere on the copy


7. Solve whatever you can in the choice question first


8. Solve all the questions






Whether marks of half yearly exam will be added in annual exam or not?


The marks of half yearly examinations are added to the annual examination but their percentage is less but they play an important role in making good marks in your annual examination so do not take half yearly examination lightly.


 

What is half yearly exam?


 


That time of the year is again when every student is busy preparing for only one thing- half yearly exams.


Half yearly exams are associated with a lot of stress and anxiety. Students pay utmost attention to half-yearly examinations to ensure that their percentage remains good for annual examinations. If you are a student preparing for half yearly, then we have come up with some tips and tricks for you so that you don't miss any marks in your half yearly exam. But before going any further remember that this is just a test. A test can never make or break you. Even if you may not get good marks in the half-yearly exams, you still have a lot of time to redeem yourself for the final exams.



I hope you like this post and if you like this post then don't forget to share this post if you have any doubt then you can also comment us




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